भारतीय संविधान की 12 अनुसूचियाँ | Samvidhan Ki Anusuchiya
अगर हम संविधान की अनुसूचियों (Samvidhan Ki Anusuchiya) की बात करें तो लगभग सभी परिक्षाओं में इससे प्रशन पूछे जाते हैं अर्थात अनुसुचियां हमारे परिक्षा की दृष्टि से बहुत ही …
अगर हम संविधान की अनुसूचियों (Samvidhan Ki Anusuchiya) की बात करें तो लगभग सभी परिक्षाओं में इससे प्रशन पूछे जाते हैं अर्थात अनुसुचियां हमारे परिक्षा की दृष्टि से बहुत ही …
संविधान संशोधन | Samvidhan Sanshodhan भारतीय संविधान लचीला तथा कठोर का अनोखा मिश्रण है। जिसका तात्पर्य है कि संविधान में संशोधन की प्रक्रिया न तो बहुत अधिक कठिन है न …
स्थानीय स्वशासन शासन की वह प्रणाली है जिसमें निचले स्तर पर लोगों को भागीदारी बनाकर लोकतांतिक विकेन्द्रीकरण को सुनिश्चित किया जाता है। तथा लोगों को अपनी समस्याओं को हल करने …
भारतीय संविधान के भाग-4 में, अनुच्छेद, 36 से लेकर अनुच्छेद 51 तक नीति निर्देशक तत्वों (Niti Nirdeshak Tatva) का प्रावधान किया गया है। जिसे भारत मे आयरलैण्ड से ग्रहण किया …
प्रारम्भ में भारतीय संविधान के अन्तर्गत मौलिक कर्तव्य (Maulik Kartavya) का उपबन्ध नहीं किया गया था परन्तु इन्दिरा गांधी के समय में राष्ट्रीय आपात के दौरान स्वर्ण सिंह समिति की …
भारत में मौलिक अधिकारों का वर्णन संविधान के भाग-3 में अनुच्छेद 12 से 35 तक किया गया है। ये मौलिक अधिकार भारतीय नागरिकों को प्रदान किया गया है। मौलिक अधिकार …
संविधान के अनुच्छेद 63 के अनुसार भारत का उपराष्ट्रपति (Bharat Ka Uprashtrapati) होगा। भारत के उपराष्ट्रपति का पद राष्ट्रपति के बाद देश का दूसरा सर्वोच्च पद होता है। उपराष्ट्रपति राज्यसभा …
भारत का राष्ट्रपति देश का प्रथम नागरिक होता है। अनुच्छेद 53 में कहा गया है कि संघ की कार्यपालिका की शक्ति राष्ट्रपति मे निहित है। राष्ट्रपति कार्यपालिका का अध्यक्ष होता …
जलियांवाला बाग हत्याकांड – जलियांवाला बाग (jallianwala bagh) हत्याकांड ( 13 अप्रैल 1919) रौलेट अधिनियम के विरुद्ध गांधी जी के नेतृत्व में शुरू हुए रौलेट सत्याग्रह की ही चरम परिणति जलियाँवाला …
खिलाफत आन्दोलन – खिलाफत आन्दोलन (Khilafat Andolan) भारत में मुख्यतः मुसलमानों द्वारा चलाया गया राजनीतिक-धार्मिक आन्दोलन था। इस आन्दोलन का मुख्य उद्देश्य तुर्की में खलीफा (मुस्लिम धर्म के सर्वोच्च धर्म …